उत्तराखंड का एक खूबसूरत शहर मसूरी – Mussoorie, A Beautiful City of Uttrakhand

शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017

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यात्रा के पिछले लेख में आपने पढ़ा कि किस तरह हम दिल्ली से चलकर देहरादून में स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर और गुच्चुपानी गुफा देखने के बाद मसूरी जाने वाले मार्ग पर चल दिए । अब आगे, वैसे तो आपने मसूरी के बारे में पढ़ा ही होगा, बहुत से लोग तो घूम भी चुके होंगे । चलिए, आगे बढ़ने से पहले उत्तराखंड में स्थित इस शहर के बारे में थोड़ी जानकारी दे देता हूं । उत्तराखंड के देहरादून जिले में स्थित यह हिल स्टेशन देहरादून से महज 35 किलोमीटर दूर है । समुद्र तल से 1880 मीटर की ऊंचाई पर बसा यह पर्वतीय शहर दिल्ली से मात्र 290 किलोमीटर दूर है, यही वजह है कि मसूरी सप्ताहिक अवकाश पर दिल्ली और इसके आस पास से आने वाले पर्यटकों से भरा रहता है । ऐसे में यहां की भीड़-भाड़ को देखकर कभी-कभी तो माल रोड पर घूमते हुए ऐसा प्रतीत होता है जैसे आप दिल्ली के किसी व्यस्त इलाके में घूम रहे हो । लेकिन मसूरी के बढ़िया मौसम और इसके आस-पास फैले प्राकृतिक नजारों की मौजूदगी आपको एक सुखद अहसास देती है यही वजह है कि किसी भी मौसम मैं यहां आने वाले पर्यटकों की गिनती कभी कम नहीं होती ।
a view from hotel diamond
हमारे होटल की खिड़की से दिखाई देता एक दृश्य (A view from our Hotel)


पूरे सप्ताह की भागम-भाग के बाद साप्ताहिक अवकाश मिलते ही या कोई लंबा वीकेंड आते ही लोग फुर्सत के कुछ पल बताने के लिए परिवार और दोस्तों के साथ मसूरी का रुख कर ही लेते हैं । चलिए, वापिस अपनी यात्रा पर लौटते हैं, देहरादून से आगे बढ़ते ही कुछ दूर चलने के बाद पहाड़ी मार्ग शुरू हो जाता है ! जैसे-2 आप ऊंचाई पर बढ़ते जाते हैं रास्ते में पड़ने वाले घुमावदार मोडों से खूबसूरत नजारे दिखाई देने का सिलसिला भी शुरू हो जाता है । बारिश के मौसम में तो इन नजारों की खूबसूरती इतनी बढ़ जाती है कि ये नजारे आपको हर मोड़ पर रुकने पर विवश कर देते हैं । देहरादून से मसूरी जाने के लिए वैसे तो शानदार मार्ग बना है लेकिन बारिश के मौसम में कभी-कभी इस मार्ग पर इक्का-दुक्की जगहों पर भूस्खलन भी हो जाता है इसलिए आप अगर कभी बारिश के मौसम में यहां आने की योजना बनाएं, तो अतिरिक्त सावधानी बरतें । पिछली बार धनोल्टी यात्रा के दौरान जब मैं यहाँ आया था तो शानदार मौसम था और नज़ारों की तो भरमार थी !

लेकिन अब स्थिति बदल गई है, काफ़ी व्यापारीकरण हो गया है और भीड़-भाड़ भी बहुत बढ़ गई है ! धीरे-2 हम ठीक-ठाक ऊँचाई पर पहुँच गए, फिर मसूरी पहुँचने से 2 किलोमीटर पहले ये मार्ग थोड़ा संकरा हो गया ! हम माल रोड स्थित लाइब्रेरी चौक जाकर रुके, माल रोड पर निजी वाहन लेकर जाने पर आपको 100 रूपए का एक प्रवेश शुल्क भी देना होता है, ये शुल्क रोजाना लगता है ! मतलब जितनी बार आप माल रोड पर गाडी लेकर जायेंगे उतनी बार आपको ये शुल्क देना होगा ! एक ही दिन में अगर आप दो बार गाडी लेकर माल रोड पर जायेंगे तो शायद रियायत है लेकिन दिन बदल जाने पर आपको ये शुल्क फिर से अदा करना होगा ! मसूरी पहुँचने के बाद हमारी पहली प्राथमिकता रुकने के लिए एक होटल ढूँढने की थी, लेकिन गाडी लेकर माल रोड पर होटल ढूंढना कोई आसान काम नहीं है ! हाँ, अगर आपका सहयात्री चाहे तो जाकर आस-पास होटल ढूंढ सकता है और आप गाडी में रहकर उसकी प्रतीक्षा कर सकते है ! लाइब्रेरी चौक पर गाडी धीमी करते ही 2-3 एजेंट हमारे पास आ गए ओर माल रोड के पास रुकने के लिए होटल दिलाने की बात करने लगे !

हमने बिना देर किये एक एजेंट को अपने साथ गाडी में बिठा लिया ओर होटल देखने के लिए चल दिए ! लाइब्रेरी चौक से निकलकर हम स्प्रिंग रोड से होते हुए होटल डायमंड के सामने जाकर रुके ! गाडी से निकलकर मैं कमरा देखने के लिए एजेंट के साथ होटल के प्रथम तल पर पहुंचा, कमरा बड़ा था और बाथरूम भी कमरे से जुड़ा हुआ ही था ! कमरे की खिड़की से घाटी का बड़ा ही शानदार नज़ारा दिखाई दे रहा था, और सबसे बड़ी बात थी कि ये होटल माल रोड से बमुश्किल आधा किलोमीटर की दूरी पर था ! कमरा पसंद ना आने का सवाल ही नहीं उठता था, होटल के रिशेप्शन पर आकर मैंने कमरे का किराया पूछा तो होटल मालिक ने 1000 रूपए प्रतिदिन बताया ! यात्रा सीजन ना होने की वजह से मुझे ये ज्यादा लगा, थोडा मोल-भाव करके 750 रूपए में सौदा तय हो गया ! कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद हम अपना सामन लेकर होटल के कमरे में आ गए ! अगर आप भी कभी मसूरी आये तो यहाँ रुकने के लिए ये एक बढ़िया विकल्प है ! होटल के बाहर ही पार्किंग की भी व्यवस्था थी इसलिए पार्किंग के लिए आपको कहीं दूर जाने की ज़रूरत नहीं थी जो माल रोड पर अधिकतर होती है !

hotel diamond, mussoorie
मसूरी में स्प्रिंग रोड स्थित होटल डायमंड (Hotel Diamond in Mussoorie)
hotel diamond
होटल के कमरे का एक दृश्य (A view of hotel Room)

समय दोपहर के 4 बज रहे थे, कुछ देर होटल में आराम करने के बाद हम एक बैग में ज़रूरी सामान लेकर पैदल ही माल रोड की ओर घूमने चल दिए ! होटल से माल रोड पर जाने वाले मार्ग पर सड़क के दाईं ओर एक शानदार मंदिर दिखाई दे रहा था, हालांकि, मंदिर बंद होने के कारण हमारा मंदिर में जाना नहीं हो पाया ! 10-15 मिनट की पैदल यात्रा करके हम माल रोड पहुंचे, मसूरी का माल रोड बहुत सुन्दर है, ओर यहाँ देखने के लिए कई जगहें है ! माल रोड पर आप अपने प्रियजनों के साथ घूमते हुए घंटो बिता सकते है ! हम टहलते हुए थोड़ी दूर ही गए थे, इतने में ही हमें एहसास हो गया कि यहाँ माल रोड पर बच्चों को गोदी में लेकर चलना काफी मुश्किल भरा काम है और इन्हें पैदल भी नहीं छोड़ सकते ! इस परिस्थिति से निकलने का सबसे उत्तम उपाय था स्ट्रोलर, जो यहाँ मसूरी के माल रोड पर आपको कई जगह किराये पर मिल जायेगा ! हमने भी 2 स्ट्रोलर ले लिए ओर बच्चों को इसमें बिठाकर माल रोड पर चर्च की ओर चल पड़े !


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माल रोड पर बच्चों को घुमाने की सवारी 

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माल रोड पर बच्चों को घुमाने की सवारी 
माल रोड पर चलते हुए रास्ते में मसूरी के दूसरे सबसे ऊंचे स्थान गनहिल पर जाने के लिए रोपवे के पास लम्बी कतार लगी थी, आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि गनहिल यहाँ मसूरी में स्थित एक ऊंचा स्थान है जहाँ से आस-पास की पहाड़ियों का शानदार दृश्य दिखाई देता है ! माल रोड से गनहिल जाने के लिए आप रोपवे की सवारी का आनंद ले सकते है ! हमारा विचार भी रोपवे की सवारी करने का था लेकिन यहाँ रोपवे में बैठने वालों की लम्बी कतार देखकर कर हमारा इरादा बदल गया ! हम टहलते हुए आगे बढ़ गए और मुख्य मार्ग से हटकर चर्च की ओर चल पड़े ! चर्च परिसर में पहुँचने पर देखा कि ये बंद था, बगल में ही कुछ आवासीय मकान बने हुए थे, वहां खड़े एक स्थानीय निवासी से पूछने पर चर्च की देख-रेख करने वाली एक महिला का पता चला, ये महिला भी उस समय वहीँ खड़ी थी ! हमारे आग्रह करने पर उसने चर्च का दरवाजा खोल दिया और हम सब चर्च में दाखिल हो गए ! मैं तो पहले भी इस चर्च में आ चुका था लेकिन बाकि सदस्य पहली बार मसूरी आए थे,और सबकी चर्च देखने की इच्छा थी !


मसूरी में माल रोड स्थित चर्च (Church in Mussoorie)

चर्च के अन्दर के एक दृश्य (A view of church from inside)

चर्च के अन्दर के एक दृश्य (A view of church from inside)

चर्च के अन्दर के एक दृश्य (A view of church from inside)

चर्च के अन्दर के एक दृश्य (A view of church from inside)
खैर, इस समय हमारे अलावा चर्च में कोई नहीं था, चर्च में प्रार्थना करने वाले लोगों के बैठने के लिए कतार में कई बेंचें लगी थी, ऐसी ही एक बेंच पर बैठकर हमने कुछ देर प्रार्थना की ! कुछ देर प्रार्थना करने के बाद हमने कुछ तस्वीरें चर्च के अन्दर की ली और कुछ प्रार्थना कक्ष के बाहर चर्च परिसर की ली ! चर्च में समय बिताना मुझे हमेशा से ही अच्छा लगता रहा है, इसलिए किसी भी हिल स्टेशन पर यात्रा के दौरान अगर कोई चर्च मिलता है तो वहां कुछ समय ज़रूर व्यतीत करता हूँ ! यहाँ मसूरी में शाम के समय माल रोड की चहल-पहल से दूर चर्च परिसर में एकदम शांत वातावरण था ! कुछ देर चर्च परिसर में बिताने के बाद हम उस महिला को धन्यवाद देते हुए वापिस माल रोड की तरफ चल दिए ! ये चुच माल रोड से थोडा ऊँचाई पर बना है, इसलिए चर्च से निकलते हुए हमें ढलान वाला मार्ग मिला ! माल रोड पर टहलते हुए हमने सोफ्टी का भी स्वाद चखा और बच्चों के लिए कुछ खरीददारी भी की, रात के समय यहाँ बढ़िया रौनक रहती है ! माल रोड पर घूमते हुए मुझे अपनी पिछली यात्राओं की यादें ताज़ा हो गई, वो सारे पल मेरे स्मृति पटल पर छा गए !


मसूरी के माल रोड के एक दृश्य (A view of Mall Road Mussoorie)

mussoorie mall road
माल रोड पर सजी एक दूकान (A shop on Mall Road, Mussoorie)
वो सारी जगहें मेरे मस्तिष्क में घूमने लगी जो अपनी पिछली यात्राओं के दौरान यहाँ मसूरी में देखी थी ! वो सारे होटल, रेस्तरां और दुकानें एकदम से आँखों के आगे तैरने लगे, जहाँ हमने खाना खाया था, खरीददारी की थी या रात्रि विश्राम के लिए रुके थे ! फिर चाहे वो चकराता से वापसी की बात हो या धनोल्टी से वापसी वाले दिन की शाम हो ! मैं तो मसूरी के माल रोड पर टहलते हुए घंटो बिता सकता हूँ, आज भी हम डेढ़ घंटा घूमने के बाद वापिस अपने होटल की ओर मुड चले ! माल रोड पर घूमते आते हुए अपने होटल वाले को रात्रि भोजन का कहकर आए थे इसलिए यहाँ घुमते हुए हल्का-फुल्का ही खाया ! वैसे यहाँ घुमते हुए अच्छी थकान हो गई थी इसलिए लाइब्रेरी चौक पर स्ट्रोलर वापिस देने के बाद अपने होटल जाने के लिए यहाँ से एक टैक्सी कर ली ! 10 मिनट से भी कम समय में हम अपने होटल के सामने खड़े थे, यहाँ सीढ़ियों से होते हुए हम अपने कमरे में आ गए !  कुछ ही देर में हमारा रात्रि का भोजन कमरे में ही आ गया, रात्रि भोजन करने के बाद हम आराम करने के लिए अपने बिस्तर पर चले गए ! इसी के साथ यात्रा की ये कड़ी समाप्त होती है, अगले लेख में आपको धनोल्टी होते हुए चंबा लेकर चलूँगा !


रात्रि भोजन में अंडा करी

रात्रि भोजन की तैयारी

कमरे की खिड़की से दिखाई देता एक दृश्य (A view from our Hotal Window)

होटल संचालक के साथ एक चित्र

होटल से धनोल्टी जाने की तैयारी

होटल से धनोल्टी जाने की तैयारी
क्यों जाएँ (Why to go Mussoorie): अगर आप साप्ताहिक अवकाश (Weekend) पर दिल्ली की भीड़-भाड़ से दूर प्रकृति के समीप कुछ समय बिताना चाहते है तो उत्तराखंड में स्थित मसूरी का रुख़ कर सकते है ! अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर मसूरी को "पहाड़ों की रानी" के नाम से भी जाना जाता है !

कब जाएँ (Best time to go Mussoorie): 
मसूरी आप साल के किसी भी महीने में जा सकते है, हर मौसम में मसूरी घूमने का अलग ही मज़ा है दिन के समय यहाँ भले ही थोड़ी गर्मी रहती है लेकिन शाम के बाद तो यहाँ हमेशा ठंडक हो ही जाती है !

कैसे जाएँ (How to reach Mussoorie): दिल्ली से मसूरी की दूरी महज 280 किलोमीटर है जिसे तय करने में आपको लगभग 6-7 घंटे का समय लगेगा ! दिल्ली से मसूरी जाने के लिए सबसे बढ़िया मार्ग मेरठ-मुज़फ़्फ़रनगर-देहरादून होकर है ! दिल्ली से रुड़की तक शानदार 4 लेन राजमार्ग बना है, रुड़की से छुटमलपुर तक एकल मार्ग है जहाँ थोड़ा जाम मिल जाता है ! फिर छुटमलपुर से देहरादून होते हुए मसूरी तक शानदार मार्ग है ! अगर आप मसूरी ट्रेन से जाने का विचार बना रहे है तो यहाँ का सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन देहरादून है, जो देश के अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है ! देहरादून से मसूरी महज 33 किलोमीटर दूर है जिसे आप टैक्सी या बस के माध्यम से तय कर सकते है, देहरादून से 10-15 किलोमीटर जाने के बाद पहाड़ी क्षेत्र शुरू हो जाता है !

कहाँ रुके (Where to stay in Mussoorie): मसूरी उत्तराखंड का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है यहाँ रुकने के लिए बहुत होटल है ! आप अपनी सुविधा अनुसार 800 रुपए से लेकर 3000 रुपए तक का होटल ले सकते है ! सप्ताह के अंत में और ख़ासकर मई-जून में तो यहाँ भयंकर भीड़ रहती है इसलिए इस समय कोशिश करें कि अग्रिम आरक्षण करवा कर ही आए !

कहाँ खाएँ (Eating option in Mussoorie): 
मसूरी में अच्छा-ख़ासा बाज़ार है, यहाँ आपको अपने स्वाद अनुसार खाने-पीने का हर सामान मिल जाएगा ! अब तक मैं जितने भी हिल स्टेशन पर घूमा हूँ मुझे सबसे अच्छा और बड़ा माल रोड मसूरी का ही लगा है !


क्या देखें (Places to see in Mussoorie): 
मसूरी और इसके आस-पास घूमने की कई जगहें है जिसमें से कैमल बैक रोड, लाल टिब्बा, कंपनी गार्डन, गन हिल, केंपटी फॉल, और माल रोड काफ़ी प्रसिद्ध है ! आप यहाँ से 25 किलोमीटर दूर धनोल्टी का रुख़ भी कर सकते है !

अगले भाग में जारी...

देहरादून-मसूरी यात्रा
  1. देहरादून का टपकेश्वर महादेव मंदिर और रॉबर्स केव (गुच्चुपानी) (Robbers Cave and Tapkeshwar Mahadev Temple of Dehradun)
  2. उत्तराखंड का एक खूबसूरत शहर मसूरी (Mussoorie, A Beautiful City of Uttrakhand)
  3. मसूरी से चंबा होते हुए ऋषिकेश यात्रा (A Road Trip from Mussoorie to Rishikesh)
Pradeep Chauhan

घूमने का शौक आख़िर किसे नहीं होता, अक्सर लोग छुट्टियाँ मिलते ही कहीं ना कहीं घूमने जाने का विचार बनाने लगते है ! पर कुछ लोग समय के अभाव में तो कुछ लोग जानकारी के अभाव में बहुत सी अनछूई जगहें देखने से वंचित रह जाते है ! एक बार घूमते हुए ऐसे ही मन में विचार आया कि क्यूँ ना मैं अपने यात्रा अनुभव लोगों से साझा करूँ ! बस उसी दिन से अपने यात्रा विवरण को शब्दों के माध्यम से सहेजने में लगा हूँ ! घूमने जाने की इच्छा तो हमेशा रहती है, इसलिए अपनी व्यस्त ज़िंदगी से जैसे भी बन पड़ता है थोड़ा समय निकाल कर कहीं घूमने चला जाता हूँ ! फिलहाल मैं गुड़गाँव में एक निजी कंपनी में कार्यरत हूँ !

6 Comments

  1. vibrant narratives. i have been to mussoorie quite frequantly.

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  2. वाह बढ़िया मसूरी की घुमक्कड़ी

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    1. धन्यवाद प्रतीक भाई |

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  3. Replies
    1. हम्म ! चलिए अब ये कहकर अपने मन को बहला लेता हूँ कि कुछ जगहें अगली बार के लिए ही सही !

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